Wednesday, 16 January 2019

Sagar Khayyami Shayari On Winter

मरहूम साग़र ख़ैयामी साहब को ठंडक में खिराजे अक़ीदत

ऐसी सर्दी न पड़ी ऐसे न देखे जाड़े
दो बजे दिन को अज़ाँ देते हैं मुर्गे सारे
एक शायर ने कहा चीख़ के साग़र भाई
उम्र में पहले पहल चमचे से चाए खाई

आग छूने से भी हाथों में नमी लगती है
सात कपड़ों में भी कपड़ों की कमी लगती है
वक़्त के पाओं की रफ़्तार थमी लगती है
रास्ते में कोई बारात जमी लगती है
जम गया पुश्त पे घोड़े की बेचारा दूल्हा
खोद के खुरपी से साले ने उतारा दूल्हा

कड़कड़ाते हुए जाड़ों की क़यामत तौबा
आठ दिन कर न सके लोग हज़ामत तौबा
सर्द है  इन  दिनों बाज़ार-ए-मोहब्बत तौबा
कर के बैठे थे शरीफ़ा से शराफ़त तौबा
वो तो ज़हमत भी क़दमचों की न सर लेते थे
जो भी करना था बिछौने पे ही कर लेते हैं

सर्द गर्मी का भी मज़मून हुआ जाता है
जम के टॉनिक भी तो माज़ून हुआ जाता है
जिस्म लरज़े के सबब नून हुआ जाता है
ख़ासा शायर भी तो मजनून हुआ जाता है
कीकियाते हुए होंटों से ग़ज़ल गाता है
पक्के रागों का वो उस्ताद नज़र आता है

कुलफा खाते हैं कि अमरूद ये एहसास न था
नाक चेहरे पे है मौजूद ये एहसास न था
मुँह पे रूमाल रखे बज़्म से क्या आए हैं
ऐसा लगता है  वहाँ नाक कटा आए हैं

सख़्त सर्दी के सबब रंग है  महफ़िल का अजीब
एक कम्बल में घुसे बैठे हैं  दस बीस ग़रीब
सर्द मौसम ने किया पंडित ओ मुल्ला को क़रीब
कड़कड़ाते हुए जाड़े वो सुख़न की तरकीब
दरमियाँ शायर ओ सामेअ के थमे जाते हैं
इतनी सर्दी है  कि अशआर जमे जाते हैं

Monday, 14 January 2019

Interesting Story Of Baagdi Milk Parlor Rohtak

बागड़ी मिल्क पार्लर रोहतक / Bagdi Milk Parlour Rohtak
Bagdi Milk Parlour Rohtak
ये सच्ची कहानी है एक ऐसे पढ़े लिखे वेल एजुकेटेड संपन्न होनहार नौजवान की जो अपनी सालाना दस लाख के पैकेज वाली नौकरी छोड़ कर आज मिल्क पार्लर चला रहे हैं। इस कहानी में प्रेरणा है, कुछ अलग ही तरह की इंस्पिरेशन है बेरोजगारों के लिए जो नौकरी के लिए दर-दर भटक रहे हैं। इस कहानी में हल है हर उस नौजवान इंसान की समस्या का जो बड़े दबाव में आकर अपनी नौकरी को जैसे-तैसे करता है।
सोचने की बात है क्या कभी धीरूभाई अंबानी अगर खुद का छोटा मोटा काम शुरू नहीं करते तो क्या ईतनी बड़ी रिलायंस इंडस्ट्री खड़ी हो पाती ? क्या रतन टाटा के पिता जमशेद भाई टाटा किसी के यहां नौकरी करते तो क्या आज इतना बड़ा टाटा ग्रुप खड़ा हो पाता ? अनेकों ऐसे उदाहरण है इस देश में जो लोग छोटे-मोटे काम शुरू करके आज आसमान में पहुंच गए हैं।
बस जरूरत होती है शुरुआत की जो आदमी ठान ले शुरुआत करने की वही कुछ कर बैठता है, और ऐसे इंसानों को प्रोत्साहन देना उनकी हौसला अफजाई करना इनकी मदद करना उनको प्रमोट करना समाज के हर इंसान को उनका साथ देना बहुत जरूरी है क्योंकि ऐसे लोगों से हमेशा प्रेरणा मिलती है।
जब आप अपने हुनर से हट कर कोई अपनी रूचि के अनुसार काम करना शुरू करते हैं या फिर असंभव-सा दिखने वाला कोई कारनामा शुरू करने का संकल्प लेते हैं तो मान लीजिए कि आप रात के समय तूफान में छत पर चढ़ कर दीपक जलाना चाह रहे हैं लोग आपकी निंदा भी करेंगे आपका मजाक भी उड़ाएंगे और आप को मूर्ख और अहमक करार देंगे वे कहेंगे कि कैसा पागल बेवकूफ आदमी है जो आंधी तूफान में भी दीपक जलाने की कोशिश कर रहा है।

Dr Nasir Amrohvi Love Shayari With Dialogue In Hindi

डॉ० नासिर अमरोहवी
Dr. Nasir Amrohvi
मैं तुझ को कॉल करता हूँ तो तू मसरूफ़ होती है
सो फिर मैसेज ये आता है
कहो!क्या बात करनी थी?
अरे पगली!
मुझे जो बात करनी थी
अगर वो बात मेसेज में ही लिख कर भेजनी होती
तो फिर मैं कॉल क्यूं करता
तुझे मैं कॉल करता हूँ तो कोई वजह तो होगी
वजह क्या है?
वजह ये है!
लगा है कानों को मेरे तिरी आवाज़ का चस्का
तिरा वो दिल नशीं लहजा मुझे मदहोश करता है
सो तुझ को कॉल करता हूँ
तिरी आवाज़ उतरती है मिरे कानों के रस्ते से
दिल ए नाज़ुक की गहराई में और फिर यूँ भी होता है
के वो आवाज़ मेरी रूह को तिसकीन देती है
सो तुझ को कॉल करता हूँ
ख़ुदा वो दिन भी दिखलाए
के तू नम्बर लगाए अर
मिरा नम्बर न लग पाए
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डॉ० नासिर अमरोहवी / Dr. Nasir Amrohvi

Saturday, 12 January 2019

Jokes On Reservation in Hindi

> साढ़े चार साल बाद भी जब #विकास जन्म नहीं ले पाया तो साहेब ने #आरक्षण को गोद ले लिया....
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> सवर्ण वो जाति है जिन्होने रजाई में घुसकर पोस्ट पे पोस्ट डालकर आरक्षण हासिल किया.. न पटरी तोड़ी, न शहर जलाए, न हड़ताल, न आंदोलन !! #माइंड_इट 😂🤣
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> मंदिर का माल चाहिए जाति के आधार पर और आरक्षण चाहिए आर्थिक आधार पर....🤓😂😂🤠😀
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> किसी को आजादी चाहिये, किसी को आरक्षण चाहिये....
   पर मुझे तो बस इक सनम चाहिये.... आशिकी के लिये....😍😍😺😜😜
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>आजम खान ने कहा 10% में से 5% मुस्लिमों को दो, उनके पास 5 गज़ जमीन भी नही कैसे रहेगी चचा?असलम की कुल जमीन 10 बीघा, चार पत्नियां उनसे 5-5 लड़के, 20 साल बाद 15 लड़को की 3 शादियां फिर 4-5 बच्चे, मतलब 60 साल मे असलम के कुल नाती-पोते 180 जमीन10 बीघा आपको आरक्षण नही निरोध की जरूरत है....
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Friday, 11 January 2019

Kabr Par Mitti Daalne Ki Duaa Ka Matlab

कब्र पर मिट्टी डालने की दुआ
ये मुर्दे के लिये नही बल्कि ज़िन्दों के लिए है....

मय्यत को दफनाते वक़्त जब कब्र पर मिट्टी डालने कि पुकार उठती है तो लोग मिट्टी डालने के लिए दोड़ पड़ते है  और मिट्टी डालने कि दुआ पढ़ते हुवे मिट्टी डालने लगते हैं, वो भी मसरुरीयत के साथ, बिना चेहरे पर शिकन लाए मिट्टी डालते जाते हैं। दुआ पढ़ते जाते है और सोचते है कि ये दुआ और मिट्टी हमने मुर्दे के लिये डाली है।

अरे नादानों वो कब्र पर मिट्टी डालने कि दुआ मुर्दे के लिये नही है बल्कि ज़िन्दों के लिये है मिट्टी डालने वालो के लिए है उसमे ईशारा व साफ नसीहत है ज़िन्दा इन्सानो के लिये,
देखिये-
मिन्हा खलकना कुम○ {-इसी मिट्टी से हमने तुमको बनाया}
व फिहा नुईदुकुम ○{-और इसी मिट्टी मे तुमको मिलाएगे,}
व मिन्हा नुखरिजुकुम तारतन ऊखरा {- और आखिरत मे इसी मिट्टी से तुमको उठांएगे -}

ज़िन्दगी की भाग दौड़ और आपा-धापी में हम अपनी आख़री मंज़िल को तो भूल ही जाते है।
यादे रखे हर जानदार चीज़ को मौत का मज़ा चखना है और अपने परवरदिगार के सामने जवाबदेही होना है हमे अपने उसी विरान कब्रस्तान मे छोड़ आएंगे जहा हमारे साथ किड़े मकोड़े और तन्हाई होगी उसकी फिक्र करे साथ ईमान और अल्लाह की खुशनूदी लेकर जाए।

दुआ मे याद रखना

Baaton Ka Rafugar Very Funny Story In Hindi

बातों का रफूगर
कहते हैं एक बादशाह ने रफूगर रखा हुआ था, जिसका
काम कपड़ा रफू करना नहीं, बातें रफू करना था!!
۔
दरसल वो बादशाह की हर बात की कुछ ऐसी वज़ाहत करता के सुनने वाले सर धुनने लगते के वाकई बादशाह सलामत ने सही फरमाया,
एक दिन बादशाह दरबार लगाकर अपनी जवानी के शिकार की कहानी सुनाकर रियाया को मरऊब कर रहे थे,
जोश में आकर कहने लगे के एकबार तो ऐसा हुआ मैंने आधे किलोमीटर से निशाना लगाकर जो एक हिरन को तीर मारा तो तीर सनसनाता हुआ गया और हिरन की बाईं आंख में लगकर दाएं कान से होता हुआ पिछले पैर की दाईं टांग के खुर में जा लगा,
बादशाह को तवक़क़ो थी के अवाम दाद देंगे लेकिन अवाम ने कोई दाद नहीं दी,
वो बादशाह की इस बात पर यकीन करने को तैयार ही नहीं थे,
इधर बादशाह भी समझ गया ज़रूरत से ज़्यादा लम्बी छोड़ दी.. और अपने रफूगर की तरफ देखने लगा,
रफूगर उठा और कहने लगा.. हज़रात मैं इस वाक़ये का चश्मदीद गवाह हूँ,
दरसल बादशाह सलामत एक पहाड़ी के ऊपर खड़े थे हिरन काफी नीचे था,

Thursday, 10 January 2019

Moral Story Of A Genius Man and His Camels

एक गाँव में एक बुद्धिमान व्यक्ति रहता था।
उसके पास 19 ऊंट थे। एक दिन उसकी मृत्यु हो गयी। मृत्यु के पश्चात वसीयत पढ़ी गयी। जिसमें लिखा था कि:
मेरे 19 ऊंटों में से आधे मेरे बेटे को, उसका एक चौथाई मेरी बेटी को, और उसका पांचवाँ हिस्सा मेरे नौकर को दे दिए जाएँ।
सब लोग चक्कर में पड़ गए कि ये बँटवारा कैसे हो ?
19 ऊंटों का आधा अर्थात एक ऊँट काटना पड़ेगा, फिर तो ऊँट ही मर जायेगा। चलो एक को काट दिया तो बचे 18 उनका एक चौथाई साढ़े चार- साढ़े चार फिर??
सब बड़ी उलझन में थे। फिर पड़ोस के गांव से एक व्यक्ति को बुलाया गया  जो
वितिय सलहकार है,
वह  वितिय सलहकार अपने ऊँट पर चढ़ कर आया, समस्या सुनी, थोडा दिमाग लगाया, फिर बोला इन 19 ऊंटों में मेरा भी ऊँट मिलाकर बाँट दो।

Rajasthani Joke

  सिकर वाले
 जोधपुर वाले
 डूगरपुर  वाले
तीनों साथ में बैठकर दारु पी रहे थे
  सिकर वाले ने अपना ग्लास पिया और उसे हवा में.उछाल दिया और अपनी बंदूक से फायरिंग की और ग्लास के टुकड़े टुकड़े कर दिए
और बोला हम जिस ग्लास में एक बार पी लेते है
उस ग्लास में दुबारा नहीं पीते
फिर जोधपुर वाले ने अपना ग्लास पिया और अपनी कुर्सी तोड़ दी
और बोला जिस कुर्सी पर हम एक बार पी लेते हैं
उस कुर्सी पर हम दुबारा बैठकर नहीं

Mental Joke Of Year 2019

एक कमरे में 5 欄दोस्त रहते थे
  1_पागल
2_ बेवकूफ 
3_   दिमाग類
4_ कोई नहीं
5_ किसी
  एक दिन  कोई नहीं ने किसी को मार दिया
उस वक्त दिमाग類 बाथरूम में नहा रहा था
पागल_ पुलिस को फोन लगाता है
  हेलो पुलिस कोई नई ने किसी को मार दिया
पुलिस_ पागल है क्या
पागल _हां मैं पागल हूं
  _ दिमाग नहीं है क्या

Latest Heart Touching Lines in Hindi

धीरे धीरे पढिये पसंद आएगा...
1मुसीबत में अगर मदद मांगो तो सोच कर मागना क्योंकि मुसीबत थोड़ी देर की होती है और एहसान जिंदगी भर का.....
2कल एक इन्सान रोटी मांगकर ले गया और करोड़ों कि दुआयें दे गया, पता ही नहीँ चला की, गरीब वो था की मैं....
3जिस घाव से खून नहीं निकलता, समझ लेना वो ज़ख्म किसी अपने ने ही दिया है..
4बचपन भी कमाल का था खेलते खेलते चाहें छत पर सोयें या ज़मीन पर, आँख बिस्तर पर ही खुलती थी...
5खोए हुए हम खुद हैं, और ढूंढते भगवान को हैं...
6अहंकार दिखा के किसी रिश्ते को तोड़ने से अच्छा है कि माफ़ी मांगकर वो रिश्ता निभाया जाये....