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Thursday, 23 February 2017

Mother And Golden Ring

पत्नी बार बार मां पर इल्जाम लगाए जा रही थी......
और
पति बार बार उसको अपनी हद में
रहने की कह रहा था
लेकिन पत्नी चुप होने का नाम ही नही ले रही थी
व् जोर जोर से चीख चीखकर कह रही थी कि
"उसने अंगूठी टेबल पर ही रखी थी
और तुम्हारेऔर मेरे अलावा इस कमरें मे कोई नही आया
अंगूठी हो ना हो मां जी ने ही उठाई है।
बात जब पति की बर्दाश्त के बाहर हो गई तो
उसने पत्नी के गाल पर एक जोरदार तमाचा देमारा अभी
तीन महीने पहले ही तो शादी हुई थी ।
पत्नी से तमाचा सहन नही हुआ वह घर छोड़कर जाने लगी
और जाते जाते पति से एक सवाल पूछा
कि तुमको अपनी मां पर इतना विश्वास क्यूं है..??
तब पति ने जो जवाब दिया
उस जवाब को सुनकर
दरवाजे के पीछे खड़ी मां ने सुना
तो
उसका मन भर आया
पति ने पत्नी को बताया कि
"जब वह छोटा था तब उसके पिताजी गुजर गए
.
मां मोहल्ले के घरों मे झाडू पोछा लगाकर जो कमा पाती थी
उससे एक वक्त का खाना आता था
मां एक थाली में मुझे परोसा देती थी
और
खाली डिब्बे को ढककर रख देती थी
और
कहती थी
मेरी रोटियां इस डिब्बे में है बेटा तू खा ले
मैं भी हमेशा आधी रोटी खाकर कह देता था
कि मां मेरा पेट भर गया है मुझे और नही खाना है
मां ने मुझे मेरी झूठी आधी रोटी खाकर मुझे पाला पोसा और बड़ा किया है
आज मैं दो रोटी कमाने लायक हो  हूं
लेकिन यह कैसे भूल सकता हूं कि मां ने उम्र के उस पड़ाव पर अपनी इच्छाओं को मारा है,
वह मां आज उम्र के इस पड़ाव पर किसी अंगूठी की भूखी होगी....
यह मैं सोच भी नही सकता
तुम तो तीन महीने से मेरे साथ हो
मैंने तो मां की तपस्या को पिछले पच्चीस वर्षों से देखा है..
यह सुनकर मां की आंखों से आंसू छलक आये
वह समझ नही पा रही थी कि बेटा उसकी आधी रोटी का कर्ज चुका रहा है या वह बेटे
की आधी रोटी का कर्ज....

इस मैसज को शेयर करने के लिए कोई कसम नही है।

यदि अच्छा लगा हो तभी शेयर करना !
I love u mom

Wednesday, 29 June 2016

Mother Waking Up His Son For Going To School

माँ - उठ बेटा, थारो स्कूल जानो को
टेम हुइ रियो है! 😒 😒
,
बेटा - (नींद में): मन नी है स्कूल
जाने को! 😔 😔
,
माँ - कोई 2 कारन बता कि तु स्कूल
क्यों नी जानो चाये! 😒 😒
,
बेटा - ( पेलो कारन ) - कोई भी बच्चो
मारे पसंद नी करे! 😞 😞
,
( दूसरो कारन ) - कोई भी
टीचर मारे पसंद नी करे !😞
,
माँ - यो कोई कारन नी हैं।
उठ, स्कूल जाना ही पड़ेगो।😒
,
बेटा - अच्छा माँ तु मारे कोई 2
कारन बता की हु स्कूल काये
वास्ते जऊ😞 😞
,
माँ - ( पेलो कारन )- तु 42 साल
कोहे, थारे अपनी जिम्मेवारी
समजनी चईये! 😒 😒
,
( दूसरो कारन ) - तु स्कूल को
प्रिंसिपल है! 😒 😒 😜 😜 😳 😳 😂 😀

Saturday, 12 December 2015

Mom Son Very Funny Joke

Mom :  सोफा लेटने के लिये नहीं बैठने के लिये होता है बेटा🙅🏻..

Son : हा तो चप्पल भी मारने के लिये नही पहनने के लिये होती है👲🏼.....

😆😟😕😯😮
230 की रफ़्तार से
एक चप्पल 👡और पड़ी....
😂😂😂😂

Maa Ke Thappad Ki Visheshta

माँ का हाथ ,कीबोर्ड के F5 बटन जैसा होता है,
.
👋🏼👵🏻
.
जब भी मुँह पर थप्पड पड़ता है.....

बच्चा refresh हो जाता है।

Monday, 7 December 2015

Love You Mom For Shining My Face

मैंने आज चेहरे के एक तरफ Dove लगाया.. 
और..
एक तरफ मम्मी ने Mere कान के नीचे लगाया.. 
कान के नीचेे लगायी हुई side ज्यादा चमक रही हैं....

Love u mom.

Sunday, 8 November 2015

ह्रदय को छू जाये, सच्ची बात जब सामने आये

ह्रदय को छू जाये....  सच्ची बात जब सामने आये....
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माँ का फ़ोन आया "बेटा, इस मंगलवार को छुट्टी लेके घर आ जाना, कुछ जरूरी काम है."
"मम्मी, ऑफिस में बहुत काम है, बॉस छुट्टी नहीं देगा" आँखों से अंगारे बरसाते हुए रावण जैसे प्रतीत हो रहे बॉस की तरफ देखकर मैं जल्दी से फुसफुसाया....

Saturday, 7 November 2015

ग़रीबी, भुखमरी और माँ / Mother With Poverty And Hunger

Mother and Hunger
ग़रीबी और माँ



















एक गरीब FAMILY थी....!
जिस मे 5 लोग थे।
.
माँ बाप और 3 बच्चे
बाप हमेशा बीमार रहता था ।

Wednesday, 4 November 2015

Mother is Always Mother

पति के घर में प्रवेश करते ही
पत्नी का गुस्सा फूट पड़ा :

"पूरे दिन कहाँ रहे? आफिस में पता किया, वहाँ भी नहीं पहुँचे! मामला क्या है?"

"वो-वो.... मैं...."

पति की हकलाहट पर झल्लाते हुए पत्नी फिर बरसी, "बोलते नही? कहां चले गये थे। ये गंन्दा बक्सा और कपड़ों की पोटली किसकी उठा लाये?"

"वो मैं माँ को लाने गाँव चला गया था।"
पति थोड़ी हिम्मत करके बोला।

"क्या कहा? तुम्हारी मां को यहां ले आये? शर्म नहीं आई तुम्हें? तुम्हारे भाईयों के पास इन्हे क्या तकलीफ है?"

आग बबूला थी पत्नी!
उसने पास खड़ी फटी सफेद साड़ी से आँखें पोंछती बीमार वृद्धा की तरफ देखा तक नहीं।

"इन्हें मेरे भाईयों के पास नहीं छोड़ा जा सकता। तुम समझ क्यों नहीं रहीं।"
पति ने दबीजुबान से कहा।

"क्यों, यहाँ कोई कुबेर का खजाना रखा है? तुम्हारी सात हजार रूपल्ली की पगार में बच्चों की पढ़ाई और घर खर्च कैसे चला रही हूँ, मैं ही जानती हूँ!"
पत्नी का स्वर उतना ही तीव्र था।

"अब ये हमारे पास ही रहेगी।"
पति ने कठोरता अपनाई।

"मैं कहती हूँ, इन्हें इसी वक्त वापिस छोड़ कर आओ। वरना मैं इस घर में एक पल भी नहीं रहूंगी और इन महारानीजी को भी यहाँ आते जरा भी लाज नहीं आई?"

कह कर पत्नी ने बूढी औरत की तरफ देखा, तो पाँव तले से जमीन ही सरक गयी!

झेंपते हुए पत्नी बोली:
"मां, तुम?"

"हाँ बेटा! तुम्हारे भाई और भाभी ने मुझे घर से निकाल दिया। दामाद जी को फोन किया, तो ये मुझे यहां ले आये।"

बुढ़िया ने कहा, तो पत्नी ने गद्गद् नजरों से पति की तरफ देखा और मुस्कराते हुए बोली।

"आप भी बड़े वो हो, डार्लिंग! पहले क्यों नहीं बताया कि मेरी मां को लाने गये थे?"

इतना शेयर करो, कि हर औरत तक पहुंच जाये! मुझे आपके संस्कारों के बारे में पता है, पर ये आप उन तक जरूर पहूँचा सकते हैं, जिनको इस मानसिकता से उबरने की जरूरत है कि माँ तो माँ होती है! क्या मेरी, क्या तेरी?