सिकर वाले
जोधपुर वाले
डूगरपुर वाले
तीनों साथ में बैठकर दारु पी रहे थे
सिकर वाले ने अपना ग्लास पिया और उसे हवा में.उछाल दिया और अपनी बंदूक से फायरिंग की और ग्लास के टुकड़े टुकड़े कर दिए
और बोला हम जिस ग्लास में एक बार पी लेते है
उस ग्लास में दुबारा नहीं पीते
फिर जोधपुर वाले ने अपना ग्लास पिया और अपनी कुर्सी तोड़ दी
और बोला जिस कुर्सी पर हम एक बार पी लेते हैं
उस कुर्सी पर हम दुबारा बैठकर नहीं
जोधपुर वाले
डूगरपुर वाले
तीनों साथ में बैठकर दारु पी रहे थे
सिकर वाले ने अपना ग्लास पिया और उसे हवा में.उछाल दिया और अपनी बंदूक से फायरिंग की और ग्लास के टुकड़े टुकड़े कर दिए
और बोला हम जिस ग्लास में एक बार पी लेते है
उस ग्लास में दुबारा नहीं पीते
फिर जोधपुर वाले ने अपना ग्लास पिया और अपनी कुर्सी तोड़ दी
और बोला जिस कुर्सी पर हम एक बार पी लेते हैं
उस कुर्सी पर हम दुबारा बैठकर नहीं