Friday 11 January 2019

Kabr Par Mitti Daalne Ki Duaa Ka Matlab

कब्र पर मिट्टी डालने की दुआ
ये मुर्दे के लिये नही बल्कि ज़िन्दों के लिए है....

मय्यत को दफनाते वक़्त जब कब्र पर मिट्टी डालने कि पुकार उठती है तो लोग मिट्टी डालने के लिए दोड़ पड़ते है  और मिट्टी डालने कि दुआ पढ़ते हुवे मिट्टी डालने लगते हैं, वो भी मसरुरीयत के साथ, बिना चेहरे पर शिकन लाए मिट्टी डालते जाते हैं। दुआ पढ़ते जाते है और सोचते है कि ये दुआ और मिट्टी हमने मुर्दे के लिये डाली है।

अरे नादानों वो कब्र पर मिट्टी डालने कि दुआ मुर्दे के लिये नही है बल्कि ज़िन्दों के लिये है मिट्टी डालने वालो के लिए है उसमे ईशारा व साफ नसीहत है ज़िन्दा इन्सानो के लिये,
देखिये-
मिन्हा खलकना कुम○ {-इसी मिट्टी से हमने तुमको बनाया}
व फिहा नुईदुकुम ○{-और इसी मिट्टी मे तुमको मिलाएगे,}
व मिन्हा नुखरिजुकुम तारतन ऊखरा {- और आखिरत मे इसी मिट्टी से तुमको उठांएगे -}

ज़िन्दगी की भाग दौड़ और आपा-धापी में हम अपनी आख़री मंज़िल को तो भूल ही जाते है।
यादे रखे हर जानदार चीज़ को मौत का मज़ा चखना है और अपने परवरदिगार के सामने जवाबदेही होना है हमे अपने उसी विरान कब्रस्तान मे छोड़ आएंगे जहा हमारे साथ किड़े मकोड़े और तन्हाई होगी उसकी फिक्र करे साथ ईमान और अल्लाह की खुशनूदी लेकर जाए।

दुआ मे याद रखना

No comments:

Post a Comment