चित्रपट : बाज़ार
साल : १९८२
संगीत : ख़य्याम
गीत : मीर तकी मीर
गायक : लता मंगेशकर
सहयोग : जी एल खत्री सर जी
[कल : किसी की मुस्कुराहटों]
दिखाई दिए यूँ के बेखूद किया
दिखाई दिए यूँ के बेखुद किया
हमे आपसे भी जुदा कर चले..
दिखाई दिए यूँ के बेखूद किया
दिखाई दिए यूँ....
जबीं सजदा करते ही करते गई
जबीं सजदा करते ही करते गई
हक़-ए-बंदगी हम अदा कर चले
दिखाई दिए यूँ के बेखुद किया
हमे आपसे भी जुदा कर चले..
दिखाई दिए यूँ....
परस्तिश की याँ तक के ऐ बुत तुझे
परस्तिश की याँ तक के ऐ बुत तुझे
नजर में सबों की खुदा कर चले
दिखाई दिए यूँ के बेखुद किया
हमे आपसे भी जुदा कर चले..
दिखाई दिए यूँ..
बहोत आरजू थी गली की तेरी
बहोत आरज़ू थी गली की तेरी
सो याँ से लहू में नहा कर चले
दिखाई दिए यूँ के बेखुद किया
हमे आपसे भी जुदा कर चले..
दिखाई दिए यूँ के बेखुद किया
दिखाई दिए यूँ..
🌹निल🌹
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