आजकल आपको प्रतिदिन ऐसे मैसेज आते ही होंगे, जिसमें एक लिंक दिया गया होता है जैसे -
1. गोल्डन व्हाट्सउप डाऊनलोड करें।
2. फ्री रिचार्ज करें।
3. 25 GB नेट का रिचार्ज करें।
4. अपनी फेवरिट आईपीएल टीम का फ्री टीशर्ट पाये।
5. फ्री मोबाईल जितने के लिये।
6. फ्री रिंग टोन के लिये।
💳 ऐसे मैसेज का लिंक खोलते ही आप को आपकी ईमेल और निजी जानकारी के साथ इस मैसेज को आगे 5 और कॉन्टेक्ट में भी भेजना अनिवार्य होता है, इस तरह ये मैसेज की एक चैन चलती रहती है,
सोचा है ऐसा क्यों हो रहा है ?
🔐क्योकि आज कल ठग और चोर भी टेक्नोलॉजी से सम्पन्न हो गये है, उन्हें पता है की आपके मोबाईल में आपने निजी जानकारी के साथ आपकी बैंक का खाता नम्बर और पिन और जाने पासवर्ड सभी सेव् कर रखा है,
आपके द्वारा मेसेज डाउनलोड करते ही उनका वायरस आपके मोबाईल में आ जाता है, और नेट के द्वारा आपकी निजी जानकारी उनके सर्वर पर चली जाती है।🚨
📲 क्योकि अब फोन पर बैंक वालो ने सावधान कर रखा है की किसी को एटीएम कार्ड का नम्बर और पासवर्ड ना बताये.. तो अब फोन कर के तो ठगी हो नहीं सकती,
इस नये तरीके से आप के बिना जानकारी के फोन में वायरस डाल कर सबकुछ जान लिया जाता है।
💎आप सब समझदार है, अगर कंपनी को गोल्डन व्हाटसउप देना है तो सब को देगी, या 25 GB नेट देना है तो पूरा पेज का विझापन से आप को बता कर देगी,
📧 इसलिये इस तरह के मैसेज को अब आगे भी ना भेजे और नहीं खुद डाऊनलोड करें।
🖥 साइबर क्राइम के शिकार होने से बचें। सतर्क रहें सुरक्षित रहें।
📨 जागरूक बने व जानकारी अन्य लोगों तक भी पहुंचाए।📞
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