एक कंपनी का मालिक अपनी एक फैक्टरी में विजिट करने गया।
वहाँ उसने देखा कि सारे कर्मचारी तो काम कर रहे थे लेकिन एक युवक एक कोने में आराम से खड़ा मोबाइल पर मैसेज पढ़ रहा था और मुस्कुरा रहा था।
मालिक को यह देखकर और भी हैरत हुई कि उसके आने के बावजूद भी युवक अपने काम पर लगने की बजाये ढीठता पूर्ण तरीके से वैसे ही खड़ा रहा।
मालिक को गुस्सा आ गया। उसने युवक को बुलाया और पूछा....
"तुम्हें हर महीने कितनी तनख्वाह मिलती है?"
युवक: "6000 रुपये सर!"
मालिक ने जेब से 18000 रुपये निकाले और युवक को देते हुए बोला, "ये पकड़ो तुम्हारी 3 महीने की एडवांस तनख्वाह और दफा हो जाओ यहाँ से, तुम्हारे जैसे कामचोरों के लिए मेरी कंपनी में कोई जगह नहीं है।"
युवक ने शांतिपूर्वक रुपये लिए और मुस्कुराता हुआ चला गया।
अब मालिक ने वहाँ काम कर रहे लोगों से पूछा, "अब कोई मुझे बताएगा कि ये आदमी कौन था और क्या काम करता था?"
बड़ी मुश्किल से अपनी हँसी दबाते हुए एक कर्मचारी ने बताया, "सर, वो तो पिज्जा डिलीवरी करने वाला लड़का था। दरअसल आज सुपरवाइजर साहब अपना लंच बॉक्स लाना भूल गए थे।"
वहाँ उसने देखा कि सारे कर्मचारी तो काम कर रहे थे लेकिन एक युवक एक कोने में आराम से खड़ा मोबाइल पर मैसेज पढ़ रहा था और मुस्कुरा रहा था।
मालिक को यह देखकर और भी हैरत हुई कि उसके आने के बावजूद भी युवक अपने काम पर लगने की बजाये ढीठता पूर्ण तरीके से वैसे ही खड़ा रहा।
मालिक को गुस्सा आ गया। उसने युवक को बुलाया और पूछा....
"तुम्हें हर महीने कितनी तनख्वाह मिलती है?"
युवक: "6000 रुपये सर!"
मालिक ने जेब से 18000 रुपये निकाले और युवक को देते हुए बोला, "ये पकड़ो तुम्हारी 3 महीने की एडवांस तनख्वाह और दफा हो जाओ यहाँ से, तुम्हारे जैसे कामचोरों के लिए मेरी कंपनी में कोई जगह नहीं है।"
युवक ने शांतिपूर्वक रुपये लिए और मुस्कुराता हुआ चला गया।
अब मालिक ने वहाँ काम कर रहे लोगों से पूछा, "अब कोई मुझे बताएगा कि ये आदमी कौन था और क्या काम करता था?"
बड़ी मुश्किल से अपनी हँसी दबाते हुए एक कर्मचारी ने बताया, "सर, वो तो पिज्जा डिलीवरी करने वाला लड़का था। दरअसल आज सुपरवाइजर साहब अपना लंच बॉक्स लाना भूल गए थे।"
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