लड़का एक लड़की से..
क्या हो रहा है, क्या कर रही हो,
मैं आज तुम्हारे रूम पर आ जाऊ ?
लड़की.. नहीं, अगर मिलना है तो पब्लिक प्लेस में मिलते हैं..
लड़का.. कौन सी दुनिया में जी रही हो, आज कल सब चलता है,
कुछ नही होता, मन साफ होना चाहिए, तुम तो 18वीं सदी की बातें करती हो।
लड़की.. फिर एक काम करो..
अपनी बहन को मेरे भाई के रूम पे भेज दो आज के लिए..
लड़का.. जबान सम्भाल बात कर..
लड़की.. क्यों ? अब कहाँ गई तेरी आधुनिकता..??
______________
ये है आज की सच्चाई आधुनिकता की। अगर तुम्हारी बहन है तो जिसे तुम ये सब बोल रहे हो वो भी किसी की बहन है। जो तुम अपनी बहन के लिए नही सोच सकते तो फिर किसि ओर की बहन के लिए क्यों चाहते हो..
क्या हो रहा है, क्या कर रही हो,
मैं आज तुम्हारे रूम पर आ जाऊ ?
लड़की.. नहीं, अगर मिलना है तो पब्लिक प्लेस में मिलते हैं..
लड़का.. कौन सी दुनिया में जी रही हो, आज कल सब चलता है,
कुछ नही होता, मन साफ होना चाहिए, तुम तो 18वीं सदी की बातें करती हो।
लड़की.. फिर एक काम करो..
अपनी बहन को मेरे भाई के रूम पे भेज दो आज के लिए..
लड़का.. जबान सम्भाल बात कर..
लड़की.. क्यों ? अब कहाँ गई तेरी आधुनिकता..??
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ये है आज की सच्चाई आधुनिकता की। अगर तुम्हारी बहन है तो जिसे तुम ये सब बोल रहे हो वो भी किसी की बहन है। जो तुम अपनी बहन के लिए नही सोच सकते तो फिर किसि ओर की बहन के लिए क्यों चाहते हो..
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