Thursday, 12 November 2015

औषधीय गुणों से भरपूर है गुड़ - गुड़ खाएं स्वस्थ रहें

Image Source The Hindu
  भावों ( feelings ) में जिस प्रकार ख़ुशी का अपना महत्व है उसी प्रकार स्वादों ( tastes ) में मीठे का महत्व है। इसी लियें हमेशा ख़ुशी के पलों में मीठे को याद किया जाता है। परन्तु आज मिठाई की जगह केमिकल युक्त चीनी और उससे बने उत्पादों ने ले ली है। जिसके कारण औषधीय गुणों से भरपूर गुड़ की मिठास इंसानों से दूर होती जा रही है
    परन्तु यदि आप एक स्वस्थ्य जीवन जीने की कामना करते हैं तो चरक संहिता और आयुर्वेदाचार्य बागभट्ट के द्वारा लोगों को खाना खाने के बाद रोजाना थोड़ा सा गुड़ खाने की दी हुयी सलाह को नज़रअंदाज़ नहीं कर सकते।  इस लियें यदि आपको सेहत बनाए रखनी है और मीठा खाने का शौक है तो कैंडी, च्युइंगम और चीनी के बजाए रोजाना 20 ग्राम गुड़ खाएं। गुड़ खाने से होने वाले अन्य लाभ इस प्रकार हैं-
गुड़ का सेवन अधिकांश लोग ठंड में ही करते हैं वह भी थोड़ी मात्रा में इस सोच के साथ की ज्यादा गुड़ खाने से नुकसान होता है। इसकी प्रवृति गर्म होती है, लेकिन ये एक गलतफहमी है गुड़ हर मौसम में खाया जा सकता है और पुराना गुड़ हमेशा औषधि के रूप में काम करता है।आयुर्वेद संहिता के अनुसार यह शीघ्र पचने वाला, खून बढ़ाने वाला व भूख बढ़ाने वाला होता है। इसके अतिरिक्त गुड़ से बनी चीजों के खाने से बीमारियों में राहत मिलती है।

> गुड़ में सुक्रोज 59.7 प्रतिशत, ग्लूकोज 21.8 प्रतिशत, खनिज तरल 26प्रतिशत तथा जल अंश 8.86 प्रतिशत मौजूद होते हैं।इसके अलावा गुड़ में कैल्शियम, फास्फोरस, लोहा और ताम्र तत्व भी अच्छी मात्रा में मिलते हैं। इसलिए चाहे हर मौसम में आप गुड़ खाना न पसन्द करें लेकिन ठंड में गुड़ जरूर खाएं।

> यह सेलेनियम के साथ एक एंटीऑक्सीडेंट के रूप में कार्य करता है। गुड़ में मध्यम मात्रा में कैल्शियम, फॉस्फोरस व जस्ता पाया जाता है यही कारण है कि इसका रोजाना सेवन करने वालों का इम्युनिटी पॉवर बढ़ता है। गुड़ में मैग्नेशियम अधिक मात्रा में पाया जाता है इसलिए ये बॉडी को रिचार्ज करता है साथ ही इसे खाने से थकान भी दूर होती है।

1. पाचन क्रिया को सुधारे
    गुड़ शरीर का रक्त साफ करता है और मेटाबॉलिज्म ठीक करता है। रोज एक ग्लास पानी‌ या दूध के साथ गुड़ का सेवन पेट को ठंडक देता है और पाचन ठीक रखता है। इससे गैस की दिक्कत नहीं होती। जिन लोगों को गैस की परेशानी है, वो रोज़ लंच या डिनर के बाद थोड़ा गुड़ ज़रूर खाएं। नियमित रूप से थोड़ा गुड़ खाने से भूख भी खुलकर लगने लगती है।

2. वजन घटाने में सहायक
     खाना खाने के बाद अक्सर मीठा खाने का मन करता है। इसके लिए सबसे बेहतर है कि आप गुड़ खाएं। गुड़ का सेवन करने से आप हेल्दी रह सकते हैं। 
    यदि अधिक खाते हैं जिसके कारण आपका वजन बढ़ गया है और आप उसको कम करना चाहते हैं, इसके लियें आप जितना खाते हैं उससे कम खाएं और खाना खाने के बाद थोडा गुड़ खा लें। इससे आपको पेट भर जाने का एहसास हो जायेगा और अधिक खाने की इच्छा नहीं होगी, और खुराक कम होने के साथ साथ वजन भी कम होने लगेगा।

3. खून की कमी को पूरा करे
    गुड़ आयरन का प्रमुख स्रोत है इसलिए यह अनीमिया के मरीजों के लिए बहुत फायदेमंद है। खासतौर पर महिलाओं के लिए इसका सेवन बहुत अधिक जरूरी है।

4. त्वचा के लिए लाभदायक
     गुड़ ब्लड से खराब टॉक्सिन दूर करता है, जिससे त्वचा दमकती है और मुहांसे की समस्या नहीं होती है।

5. सर्दी-जुकाम में लाभदायक
    गुड़ की तासीर गर्म है, इसलिए इसका सेवन जुकाम और कफ से आराम दिलाता है। जुकाम के दौरान अगर आप कच्चा गुड़ नहीं खाना चाहते हैं तो चाय या लड्डू में भी इसका इस्तेमाल कर सकते हैं।

6. इंस्टेंट एनर्जी के लिए
     बहुत ज़्यादा थकान और कमजोरी महसूस करने पर गुड़ का सेवन करने से आपका एनर्जी लेवल बढ़ जाता है। गुड़ जल्दी पच जाता है, इससे शुगर का स्तर भी नहीं बढ़ता। दिनभर काम करने के बाद जब भी आपको थकान हो, तुरंत गुड़ खाएं। यह ग्लूकोस जैसा ही काम करता है।

7. टेम्परेचर और दम नियंत्रण में सहायक
    गुड़ शरीर के टेंपरेचर को नियंत्रित रखता है। इसमें एंटी एलर्जिक तत्व हैं, इसलिए दमा के मरीज़ों के लिए इसका सेवन काफी फायदेमंद होता है।

8. जोड़ों के दर्द में रहत
     रोज़ गुड़ के एक टुकड़े के साथ अदरक का सेवन करें, इससे जोड़ों के दर्द की दिक्कत नहीं होगी।

9. बैठा हुआ गला और आवाज सुधारे
    गुड़ के साथ पके चावल खाने से बैठा हुआ गला व आवाज खुल जाती है।  

10. बार बार पेशाब आने की समस्सया
    गुड़ और काले तिल के लड्डू खाने से सर्दी में अस्थमा की परेशानी नहीं होती है। तथा बार बार पेशाब आने या ज्यादा पेशाब आने की समस्सया भी इन लड्डुओं के खाने से सही हो जाती है।

11. जमे हुए जुकाम में सहायक
    जुकाम जम गया हो, तो गुड़ पिघलाकर उसकी पपड़ी बनाकर खिलाएं।

12. कान के दर्द में
    गुड़ और घी मिलाकर खाने से कान का दर्द ठीक हो जाता है।

13. पीलिया में गुड़ से लाभ
     पांच ग्राम सौंठ दस ग्राम गुड़ के साथ लेने से पीलिया रोग में लाभ होता है।

14. स्मरण शक्ति बढ़ने में सहायक
    गुड़ का हलवा खाने से स्मरण शक्ति बढती है।

15. श्वास रोग से छुटकारा
    पांच ग्राम गुड़ को इतने ही सरसों के तेल में मिलाकर खाने से श्वास रोग से छुटकारा मिलता है।
  
16. कब्ज़ और आँखों की कमजोरी में
    सौ ग्राम त्रिफला चूर्ण में इतना गुड़ मिलाएं कि उसकी चने के आकार की गोलियां बन सकें, दो-दो गोली सुबह और शाम चूस कर ताज़ा पानी पी लिया करें। इससे आँखों की कमजोरी और कब्ज़ की समस्सया दूर हो जाएगी।

17. पीरियड्स की समस्याओं में लाभदायक
    गुड़ की तासीर गरम होती है अतः पीरियड्स के समय महिलाओं के लिए इसका सेवन बहुत लाभकारी रहता है। इसके खाने से पीरियड्स खुलकर होते हैं जिससे इसमें होने वाले दर्द में लाभ मिलता है और खून की कमी भी गुड़ के खाने से पूरी हो जाती है।

18. मर्दाना ताक़त बढ़ने में सहायक ( Sex And Jaggery Benefits )
    सम्भोग करने के बाद कोई मीठी चीज़ खाना बहुत लाभदायक रहता है। इनमें गुड़ या ख़जूर खाना सबसे अच्छा रहता है। यदि आपने सेक्स करने के बाद 50 ग्राम गुड़ खाने की आदत बना ली तो इससे आपकी मर्दाना शक्ति में कमजोरी नहीं आएगी। और आप सेक्स करने के बाद थकान थकान महसूस करने के बजाये अपने अन्दर एक नयी उर्जा का संचार होता हुआ महसूस करेंगे।  

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