बैंकों ने अपने कारोबार शुल्क बढ़ा दिये हैं, सर्विस टैक्स अभी तक के उच्चतम स्तर पर पहुँच चुका है और अभी इसमें और बढ़ोत्तरी होना है।
हमसे पैसा कमाने का टैक्स वसूला जा रहा है,
हमसे पैसा ख़र्च करने का टैक्स वसूला जा रहा है,
हमसे पैसा रखने का टैक्स वसूला जा रहा है,
हमसे पैसा निकालने का टैक्स वसूला जा रहा है,
हमसे पैसा जमा करने का टैक्स वसूला जा रहा है.।
कमाना अपराध है,
बचत करना अपराध है,
ख़र्च करना अपराध है,
केवल राजनीतिक दलों को चंदा देना अच्छी बात है।
यही हैं अच्छे दिन?😡😡
कृपया अपने सभी ग्रुप में भेजें ।
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