Sunday, 12 March 2017

Varios Days On Valentine Day Are Not Enough

काश कोई रोटी डे भी होता, तो लोग भूख से
बिलखते लोगों को रोटी बांटते !
काश कोई कपड़ा डे भी होता, तो लोग ठण्ड
से ठिठुरते लोगों को कपड़े बांटते !
काश कोई इंसानियत डे भी होता, तो लोग
इंसानियत क्या होती है.. समझ पाते....

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