Tuesday, 11 October 2016

Very Logical Reason Of Drinking Tea In Kullad

हिन्दी के एक महान लेखक हमेशा मिट्टी के कुल्हड़ में चाय पीते थे।
एक बार उनके मित्र ने पूछा कि-
"चीनी मिट्टी का कप इतना खुबसूरत, चिकना और चमकीला होता है।
फिर भी तुम इसे छोड़ कर बेडोल, बदसूरत मिट्टी के कुल्हड़ में चाय पीते हो आखिर क्यों?"
लेखक ने बहुत सुन्दर उत्तर दिया-
"देखो भाई, कप जो है वह गोरी अंगरेजी मेम है, दिनभर पता नहीं कितनों के होंठों से लगती है,
परन्तु कुल्हड़ शुद्ध भारतीय नारी है जो केवल एक की ही हो के रह जाती है।"

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