पथ एक वही अन्तर इतना,
तुम गुजर रहे मैँ गुजर चुका ।
मत कहो कहाँ मैँ गया नहीँ
मदिरालय मुझको नया नहीँ ।
कल और आज का भेद करेँ
वैसे कितने दिन रात वही ।
जिस रूपासे की सुन्दरता मेँ
तुम ठहर रहे मैँ ठहर चुका ।
मुझको भी प्यार मिला दो दिन
कोमल मुजहार मिला दो दिन ।
उन आँखोँ मेँ भी रहने का भी
मुझको अधिकार मिला दो दिन ।
जिन आँखोँ की गहराई मेँ
तुम डूब रहे मैँ डूब चुका ।
विश्वास किया सौगन्धोँ पर
मैने इक दिन तुमसे बढकर ।
कल मुझे लिखा ,जो आज तुम्हेँ
मजमून वही तिथि का अन्तर ।
अन्तर है आगे -पीछे का तुम
पीने को ,मैँ पी जहर चुका ।
तुम तट पर हो, मैँ पानी मेँ
बचपन तुम और जवानी मैँ ।
मैँ आज बहा तुम कल -परसोँ
यौवन की तेज रवानी मेँ ।
तुम आज चले जिस ओर बहे
मैँ पार वही कर भँवर चुका ।
पाकर सुन्दरता का आगृह
निर्माण किया था सुन्दर गृह ।
तुमसे भी ऊँचा किया कभी
मैने भी जीवन पथ सँगृह ।
Best Whatsapp and Facebook Status in Hindi . How to do in Hindi . Social Media Messages about Jokes, Inspiring Short Stories, Hindi Quotes, Hindi Shayari, and General Knowledge . Daily Life Useful Tips and Awareness on Health, Social Issues, News and Much More . Best Hindi Blog for Every Indian . Based on the Spirit of "Caring by Sharing Experiences"
Saturday, 8 October 2016
Hindi Poem / हिंदी कविता
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment