Monday 14 December 2015

Heart Touching Facts About Men And Boys For Opening Girl's Eyes

लडकियां ध्यान दे !!!
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ये पोस्ट पढ़ने के बाद लडकियां हर लड़को को गलत नहीं समझेगी ???
आखिर एक लड़के की परिभाषा क्या है ????
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¤ भगवान की ऐसी रचना जो बचपन से ही त्यागऔर समझौता करना सीखता है।
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¤ वह अपने चॉकलेटस का त्याग करता है बहन के लिये ।
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¤ वह अपने सपनो का त्याग कर माता-पिता की खुशी के लिये उनके अनुसार कैरियर चुनता है।
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¤ वह अपनी पूरी पॉकेट मनी गर्लफ़्रेंड के लिये गिफ़्ट खरीदने में लगाता है ।
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¤ वह अपनी पूरी जवानी बीवी-बच्चों के लिये कमाने में लगाता है ।
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¤ वह अपना भविष्य बनाने के लिये लोन लेता है और बाकी की ज़िंदगी उस लोन को चुकाने में लगाता है ।
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¤ इन सबके बावजुद वह पूरी ज़िंदगी पत्नी,माँ और बॉस से डांट सुनने में लगाता है ।
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¤ पूरी ज़िंदगी पत्नी, माँ, बॉस और सास उस पर कंट्रोल करने की कोशिश करते हैं।
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¤ उसकी पूरी ज़िंदगी दुसरो के लिये ही बीतती है ।
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और बेचारा पुरुष~
¤ बीवी पर हाथ उठाये तो "बेशर्म" ।
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¤ बीवी से मार खाये तो "बुजदिल" ।
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¤ बीवी को किसी और के साथ देख कर कुछ कहे तो "शक्की" ।
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¤ चुप रहे तो "डरपोक" ।
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¤ घर से बाहर रहे तो "आवारा" ।
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¤ घर में रहे तो "नाकारा" ।
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¤ बच्चों को डांटे तो "ज़ालिम" ।
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¤ ना डांटे तो "लापरवाह" ।
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¤ बीवी को नौकरी करने से रोके तो "शक्की"।
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¤ बीवी को नौकरी करने देतो बिवी की "कमाई खानेवाला" ।
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¤ माँ की माने तो "चम्मचा" ।
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¤ बीवी की माने तो "जोरु का गुलाम" ।
पूरी ज़िंदगी समझौता, त्यागऔर संघर्ष में बिताने के बावजुद वह अपने लिये कुछ नहीं चाहता ।
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- इसलिये एक पुरुष की हमेशा इज़्ज़त करें ।
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एक पुरुष बेटा, भाई, बॉय फ़्रैंड, पति, दामाद, पिता हो सकता है, जिसका जीवन हमेशा मुश्किलों से भरा हुआ है....

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