एक बार एक मास्टर साहब अपनी क्लास के बच्चो से पूछने लगे - "बच्चों जिस तरह 20 - 20 क्रिकेट आने से क्रिकेट देखने का मजा बढ़ गया, उसी तरह तुम्हारे पेपर लेने का तरीका किस तरह से रोमांचक बनाया जा सकता है ?"
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जब कोई नहीँ बोला तो पप्पू इस सवाल का जवाब देने के लिए खड़ा हो गया....!
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मास्टर जी उसके खुराफाती दिमाग को जानते थे।
आंखें तरेरी पर फिर भी न चाहते हुए बोले - जल्दी से बता।
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पप्पु गम्भीर होके बोला - मास्टरजी हमारा पेपर एक घंटा 20 मिनट का होना चाहिए।
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हर बीस मिनट के बाद छात्रों को आपस मेँ बात करने के लिए के लिए दो मिनट का "टाईम आफ़ " मिलना चाहिए।
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बच्चों को एक " free hit" मिलनी चाहिए, जिसमेँ बच्चे किसी भी एक सवाल का अपनी मर्जी से उत्तर लिख सकेँ।
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पहले 20 मिनट मेँ "पावर प्ले " होना चाहिए जिसमे ड्यूटी वाला मास्टर कमरे से बाहर रहे।
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और हर एक सही उत्तर लिखने पर "चीयर लीडर " आकर कमरे मेँ डान्स करेँ !
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गुरु जी बेहोश....
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जब कोई नहीँ बोला तो पप्पू इस सवाल का जवाब देने के लिए खड़ा हो गया....!
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मास्टर जी उसके खुराफाती दिमाग को जानते थे।
आंखें तरेरी पर फिर भी न चाहते हुए बोले - जल्दी से बता।
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पप्पु गम्भीर होके बोला - मास्टरजी हमारा पेपर एक घंटा 20 मिनट का होना चाहिए।
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हर बीस मिनट के बाद छात्रों को आपस मेँ बात करने के लिए के लिए दो मिनट का "टाईम आफ़ " मिलना चाहिए।
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बच्चों को एक " free hit" मिलनी चाहिए, जिसमेँ बच्चे किसी भी एक सवाल का अपनी मर्जी से उत्तर लिख सकेँ।
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पहले 20 मिनट मेँ "पावर प्ले " होना चाहिए जिसमे ड्यूटी वाला मास्टर कमरे से बाहर रहे।
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और हर एक सही उत्तर लिखने पर "चीयर लीडर " आकर कमरे मेँ डान्स करेँ !
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गुरु जी बेहोश....
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