अभी अभी का विचार
जितना गौर से लोग
टकराने के बाद
एक दूसरे को देखते हैं
उतनी गौर से महाश्य
अगर पहले ही देख लें
तो टक्कर ही नहीं होती.....
विचार समाप्त!
जितना गौर से लोग
टकराने के बाद
एक दूसरे को देखते हैं
उतनी गौर से महाश्य
अगर पहले ही देख लें
तो टक्कर ही नहीं होती.....
विचार समाप्त!
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