Broken Eggs |
भीड़ इकठी हो गयी और सभी चिलाये: देख कर चलो भाई, कितनी गन्दगी कर दी?
भीड़ में से एक काका बोले, "इतना चिल्लाने से अच्छा है यह सोचो इसका मालिक इसकी क्या हालात करेगा? पगार में से पैसे काट लेगा। इसकी कुछ मदद करो, लो मेरी तरफ से 10/- रूपये।"
सभी ने सहानभूति जताते हुए 10 -10 रूपये दिए।
लड़का खुश हो गया, क्योंकि मिली हुई रकम अण्डों की कीमत से ज्यादा थी।
सभी के चले जाने के बाद एक व्यक्ति लड़के से बोला, "बेटे अगर काका ना होते तो मालिक को तू क्या जवाब देता?"
लड़का: वो काका ही मालिक है और वो सिंधी है।
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